WWE: दोस्तों आखिर क्यों WWE ने सारे इंडियन रेसलर को रिलीज कर दिया? क्या इंडिया और WWE कंपनी में कोई कंट्रोवर्सी हुई है? तो दोस्तों ऐसा बिल्कुल नहीं है ये बस WWE का रेगुलर रिलीजस है, जो बीच-बीच में करते रहते है! पर दोस्तों इसमें सारे इंडियंस क्यों है, वीर महान और सागा की बात तो समझ आती है, लेकिन इस बार WWE ने जिंदर महाल को भी निकाल दिया है। साथ ही साथ और दो रेसलर को निकाल दिया है जिनके नाम है जायाली और जायन क्वीन जो चाइना और ऑस्ट्रेलिया से हैं। तो दोस्तों हम ऐसा तो नहीं कह सकते कि बस सारे इंडियन रेसलर को ही निकाल दिया ।है पर हां ये बात सही है कि कहीं ना कहीं WWE ने डिसीजन लिया कि अब बस हुआ हमें कोई इंडियन रेसलर की जरूरत नहीं है और इसलिए उन्होंने सबके साथ जिंदर महाल को भी निकाल दिया। जबकि इसके पहले भी कई सारे रिलीजस हुए हैं, पर उसमें कभी जिंदर महाल को नहीं निकाला।
Read also- WWE में अब आगे क्या होगा ब्लडलाइन का भविष्य?
WWE रेसलर के बारे में
■ फॉर्मेलिटी कहीये या तो बस एक तो इंडियन रहना चाहिए कंपनी में, ऐसा सोच के वो रखते होंगे, पर इस बार WWE ने इतना ब्रॉड डिसीजन कैसे ले लिया।
■ तो चलिए देखते हैं आखिर क्या हो सकते हैं वो रीजंस जिसकी वजह से सारे इंडियंस को ही गायब कर दिया। तो सबसे पहले बात करते हैं रेसलर के बारे में, तो क्या रेसलर में ही कुछ कमी है? जी नहीं दोस्तों WWE एक बेटर रेसलर को टॉप का सुपरस्टार बना सकती है। ये उनके बुकिंग पर और ग्रिमिक पर डिपेंड है। WWE में एक टॉप का सुपरस्टार बनने के लिए चाहिए माइक स्किल, इन रिंग परफॉर्मेंस, लोगों से अटेंशन पाने के स्किल्स और मेरे ख्याल से वीर महान और जिंदर महल में ये सारे स्किल्स हैं तो सारे रेसलर की तो गलती नहीं है। फिर बात करते हैं बुकिंग की और मार्केट की। WWE हमेशा कहती फिरती है कि इंडिया हमारे लिए बहुत बड़ा मार्केट है, पूरी दुनिया में WWE देखे जाने वाली ऑडियंस सबसे ज्यादा इंडिया में है। जी हां दोस्तों ये सच भी हो सकता है, क्योंकि यहां पे पॉपुलेशन काफी ज्यादा है। पर दोस्तों डिस्कस करने वाली बात बात तो कुछ और ही है। वो ये कि WWE हमेशा फर्स्ट प्रायोरिटी देती है उनके लोकल के ऑडियंस को। क्योंकि वही है जो लाइव इवेंट की टिकट्स खरीद सकते हैं साथ ही साथ और कई जरियो से WWE पे पैसा लुटा सकते हैं, इसलिए वो देखते हैं कि लोकल की ऑडियंस को क्या देखना पसंद है और ओबवियसली उनके लोकल के ऑडियंस को देखना पसंद है उनके कंट्री बॉयज, ना कि इंडियंस। यहां पे दोस्तों WWE गलती कर बैठती है। इंडियन ऑडियंस देखे इसलिए इंडियन रेसलर को देसी अटायर यानी देसी ग्रिमिक में भेजती है। वो भी एक विलन के जैसे, एक हील कैरेक्टर में उनको पिटवाया जाता है और ज्यादातर बार तो हराया भी जाता है, ताकि लोकल के ऑडियंस को पसंद आ जाए। बल्कि WWE को इंडियन रेसलर को बाकी रेसलर के जैसा ही ट्रीट करना चाहिए। जो कि रिंग के अंदर किसी भी कंट्री को रिप्रेजेंट ना करें।
Read also- रेसलमैनिया में हारने के बाद क्या है अब ‘रोमन रेंस’ के प्लान?
■ किसी और स्टोरी लाइन में घुस आये। कहीं ना कहीं दोस्तों ये WWE के मैनेजमेंट की गलती है और इसीलिए कई सारे इंडियन WWE फैंस भी इंडियन रेसलर को ही हेट करते हैं और अगर किसी रेसलर को सभी तरफ से हेट ही मिल रहा है तो उसका फ्यूचर बस टेंपररी हो सकता है। क्योंकि बहुत कम विलेंस स्टोरी फिनिश करते हैं।
■ फिर दोस्तों सबसे लास्ट में बात करते हैं सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट रीजन के बारे में वो है मनी! कोई भी कंपनी पैसों के लिए ही काम करती है और WWE इन रेसलर से ज्यादा पैसा नहीं कमा पा रही थी। साथ ही साथ वो इंडिया से भी ज्यादा पैसा नहीं कमा रही है। WWE की इंडिया से सबसे ज्यादा अर्निंग होती होगी, टेलीविजन डील की वजह से ना कि लाइव इवेंट के टिकट से। ना ही उनके मर्चेंडाइज से, ना ही उनके इंडिया में किसी लाइव इवेंट से। ऐसा नहीं है कि दोस्तों इंडिया में परचेसिंग पावर कम है, पर हमारे करेंसी में कई सारा डिफरेंस है। हमारे 80 से 85 रुपये मतलब उनका ₹1 है, इसलिए उनको इंडिया से काफी कम अर्निंग होती है और टेलीविजन पे तो इंडियन ऑडियंस बड़े-बड़े सुपरस्टार्स को देखने आते हैं ऐसे बहुत कम है कि बस हम इंडियन रेसलर को ही देखने आए हैं, इसलिए दोस्तों WWE को यहां पे इंडियन रेसलर को रखना ही पड़ेगा ऐसा कुछ मैटर नहीं करता। मेरे ख्याल से दोस्तों यही कुछ चीजें हैं जिसकी वजह से इंडियन रेसलर को निकाल दिया गया है।
Read also- आखिरकार धोनी को थाला क्यों कहा जाता है?